दुनिया के सबसे महान वैज्ञानिक आइंस्टीन में एक बार कहा था कि यदि मधुमक्खियां मर जाएं तो इंसान 5 साल से ज्यादा जिंदा नहीं रहेगा आगे क्या होगा कि संपूर्ण मानव जाति नष्ट हो जाएगी?
मधुमक्खियां ऐसा कौन सा काम करती हैं जिनसे मानव जीवन पनपता है इसके बारे में कुछ जानकारी दीजिए।
दुनिया की सबसे महान वैज्ञानिक आइंस्टीन ने कहा था कि यदि मधुमक्खियां विलुप्त हो जाती हैं या फिर सभी मधुमक्खियों को मार दिया जाता है तो केवल 5 साल के अंदर इस पृथ्वी से मनुष्य का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा. आइंस्टीन की इस कथन का समर्थन करते हुए हम इसकी पुष्टि करते हैं क्योंकि मधुमक्खियां तथा दूसरी मक्खियRead more
दुनिया की सबसे महान वैज्ञानिक आइंस्टीन ने कहा था कि यदि मधुमक्खियां विलुप्त हो जाती हैं या फिर सभी मधुमक्खियों को मार दिया जाता है तो केवल 5 साल के अंदर इस पृथ्वी से मनुष्य का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा.
आइंस्टीन की इस कथन का समर्थन करते हुए हम इसकी पुष्टि करते हैं क्योंकि मधुमक्खियां तथा दूसरी मक्खियां ही एकमात्र ऐसे जीव हैं जो अपने भोजन के लिए एक पौधे से दूसरे पौधे पर तथा एक फूल से दूसरे फूल पर परागकण पहुंचाती हैं.
परागकण के द्वारा ही पौधों में प्रजनन क्रिया होती है तथा फूलों से फल बनते हैं और वनस्पतियां पनपती हैं.
यदि मधुमक्खियां ही नहीं होंगी तो पौधों के पुष्पों में निषेचन क्रिया नहीं होगी और पौधों की प्रजनन क्षमता नष्ट हो जाएगी जिसके कारण पौधों पर फल नहीं आएगा और पलने आने की वजह से नए पौधों का निर्माण नहीं होगा.
सारी वनस्पतियां धीरे-धीरे विलुप्त हो जाएंगी और नष्ट हो जाएंगे वनस्पतियों के नष्ट होने से वनस्पति पर आधारित या आश्रित जीव भी नष्ट हो जाएंगे इस प्रकार से एक पूरी भोजन श्रंखला टूट जाएगी.
मनुष्य अपने जीवन यापन के लिए भोजन के लिए पेड़ पौधों तथा जीव जंतुओं पर ही निर्भर रहते हैं यदि पेड़ पौधे और जंतु ही नहीं रहेंगे तो मनुष्य का अस्तित्व ही नष्ट हो जाएगा.
आइंस्टाइन ने इस संदर्भ में काफी पहले ही यह भविष्यवाणी कर दी थी लेकिन आइंस्टाइन के द्वारा की गई भविष्यवाणी के कोई पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं जो इस बात को साबित करते हो कि यह बात आइंस्टाइन ने कही थी.
लेकिन तथ्यों के आधार पर हम यह बात स्पष्ट रूप से कह सकते हैं कि यदि मधुमक्खियां नहीं रहेगी तो वनस्पतियां भी नहीं रहेंगी और वनस्पति के ना रहने से वनस्पति पर आधारित जीब तू भी नष्ट हो जाएंगे और जब शाकाहारी जीव नष्ट हो जाएंगे तो मांसाहारी जीव नष्ट हो जाएंगे.
इस प्रकार मनुष्य भी वनस्पति और जीव जंतुओं के नष्ट होने से नष्ट हो जाएगा.
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