जीवन में सफलता कैसे प्राप्त की जाती है

जीवन में सफलता कैसे प्राप्त की जाती है

दोस्तों आपने अक्सर लोगों को जगह जगह पर यह व्याख्यान देते सुना होगा कि हम इस प्रकार से अपने जीवन में सफल हो सकते हैं।

अगर कोई इंसान सरकारी नौकरी के फील्ड में एक चपरासी की नौकरी भी नहीं कर पाया है तो वह अपने आस-पड़ोस के लोगों को यह जानकारी जरूर दे देगा कि एक आईएएस किस प्रकार से बना जा सकता है।

यह ठीक उसी प्रकार है कि हमें किसी फील्ड का कोई अनुभव नहीं है लेकिन हम फिर भी लंबी लंबी डिगे हंसते हैं जिसका परिणाम यह होता है कि ना तो हम खुद ही उस बात को समझ पाते हैं और ना ही जिसे समझा रहे हैं उस पर उसका कोई असर होता है।

सफलता का मूल मंत्र क्या है

दोस्त जब भी सफलता की बात आती है तो मुझे एक कहानी याद आती है जिसमें एक बस की यात्रा का जिक्र आता है हो सकता है आपने भी उससे संबंधित कोई वाक्य जरूर देखा हो।

क्योंकि हम ऐसे लगभग सभी ने कभी ना कभी अपने जीवन में बस की यात्रा यह ट्रेन की यात्रा तो जरूर ही की होगी और यदि आपने किसी भी पब्लिक ट्रांसपोर्ट सेहत रखी है तो आपको इस प्रकार की घटनाएं जरूर देखने को मिल जाती है।

तो चलिए हम अपनी कहानी का सारांश आपको बता देते हैं एक बार मैं मेरठ से मुरादाबाद के लिए जा रहा था सुबह के लगभग 11:00 बजे का समय था मैं सोहराब गेट बस स्टैंड पर आकर बस में बैठ गया।

कंडक्टर से पूछने पर पता चला कि बस अभी 15 मिनट के बाद जाएगी तो मैंने सोचा कि क्यों ना मोबाइल में थोड़ा सा टाइम पास कर ले जाए।

मैंने अपना मोबाइल निकाला और उसमें फेसबुक देखने लगा तभी आ जाना मुझे पीछे से आवाज आई थी करोड़पति बनने के सो उपाय किताब सिर्फ ₹10 मैं।

मैंने जैसे यह बाकी है सुना मेरे गाने दोनों खड़े हो गए मैं हक्का-बक्का रह गया और मैंने एकदम पीछे मुड़कर देखा तो मेरे सामने एक अजीब ही नजारा था।

मेरी जैसी 20 लोग पीछे मुड़कर उस इंसान की तरफ देख रहे थे क्योंकि हम सभी के मन में कभी ना कभी करोड़पति बनने का सपना जरूर आता है और हम सभी लोग जो उसकी तरफ देख रहे थे इस समय उसी दौर से गुजर रहे थे हमें उसमें एक अजीब सा एहसास नजर आ रहा था इसलिए हम सभी उसे पीछे मुड़ कर देख रहे थे।

जब वह व्यक्ति धीरे-धीरे आगे बढ़ा तो मैंने सोचा कि फेसबुक पर टाइम वेस्ट करने से अच्छा है कि यह ₹10 की किताब पढ़ ली जाए और मैंने उस किताब को खरीदने का निर्णय किया।

मैंने उस व्यक्ति से कहा कि भैया मुझे भी यह किताब देना उसने कहा बाबूजी ₹10 मैंने उससे किताब ली और ₹10 का नोट निकालकर उसके हाथ में थमा दीया।

वह इंसान जिस प्रकार से बस में चढ़ा था ठीक वैसे ही बस से नीचे उतर गया लेकिन उसने लगभग 10 से 15 किताब जरूर बेच दी थी।

उन्हें देखकर ही उनसे प्रेरित होकर की ही मैंने भी बे के दावे खरीदी थी क्योंकि मुझे लगता है था कि मेरे जैसे कुछ और लोग भी इस बस में बैठे हैं तो किताब खरीदने में मुझे कोई इज्जत नहीं होगी।

करोड़पति बनने के 100 तरीके

जब मैंने वह किताब खोली तो उसके पहले प्रश्न पर यह लिखा था कि इस किताब में करोड़पति बनने के 100 तरीके बताए गए हैं आपको पहले पहला तरीका पढ़ना है और उस पर अमल करना है यदि आप उस तरीके से सफल नहीं हो पाते हैं तभी आपको दूसरा तरीका पढ़ना है अन्यथा आपको इस किताब को पढ़ने का कोई फायदा नहीं मिलेगा।

मैंने सोचा कि मेरे पास तो काफी टाइम है क्यों ना मैं मोटा मोटा सारी किताबें पढ़ लूं और मैंने जल्दी-जल्दी वह सारे के सारे तरीके पढ़ना शुरू कर दिया।

पहले मैंने पहला तरीका पढ़ा उसमें लगा कि यह मैं कर सकता हूं लेकिन थोड़ी सी मुश्किल है फिर मैंने वह आधा पढ़कर ही छोड़ दिया और दूसरा तरीका पढ़ने लगा ठीक वैसे ही मैंने उस किताब के लगभग 99 तरीके जल्दी जल्दी पढ़ ले

फिर मैं सुबह तरीके पर आया तू सुबह तरीका पर यह लिखा था कि यदि आपके लिए इस पुस्तक के सबसे पहले दिए गए 99 तरीके काम नहीं करें हैं तब आपके लिए केवल एक ही काम बसता है जो इस प्रकार है

इस किताब को ले जाइए और इसकी 1000000 को पिया बनवाई है और उन्हें मेरी तरह बेच डाली है आप तब भी एक करोड़पति बन जाएंगे।

बात में दम था सही विधि लेकिन उसने मुझे सोचने पर मजबूर कर दिया।

हम अक्सर जीवन में कामयाबी तो पाना चाहते हैं लेकिन उसके तरीकों पर अमल नहीं करते हम चाहते हैं कि हमें बिना मेहनत कर ही कुछ भी मिल जाए।

की सफलता का मेन रहस्य यही है कि आपको मेहनत करनी है अगर आप मेहनत करेंगे तो कामयाबी झक मारकर आपके पास आएगी।

और यदि आपको इससे भी कामयाबी नहीं मिल रही है तब आप दूसरे लोगों को अपने अनुभव शेयर कर सकते हैं जिससे दूसरे व्यक्ति आपकी फेलियर से सीख कर अपने आप को फेल होने से बचा सके और जिंदगी के नए मुकाम हासिल कर सके।

मुझे किताब पढ़ने में इतना मैं व्यस्त हो गया था कि बस कब चल दी मुझे पता ही नहीं चला और तभी कंडक्टर ने आकर मुझसे कहा कि भाई साहब टिकट

मैंने फोन मुरादाबाद का एक टिकट लिया टिकट लेकर पैसे जेब में रखें और इस किताब को अपने बैग में रखा तथा सीट पर हाथ रख कर सो गया।

तब से अब तक मैं उन 100 तरीकों में से कोई सा भी एक फॉलो नहीं कर पाया हूं और ना ही मैं अभी तक करोड़पति बन पाया हूं।

आपको हमारी यह कहानी कैसी लगी इसके बारे में जरूर बताइए अगर आपके पास भी से संबंधित कोई दूसरी कहानी है तो जरूर शेयर करिए हमारे दर्शक इस प्रकार की मोटिवेशनल कहानी को पढ़ना पसंद करते हैं।

 

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