रैगिंग बनी मौत
कृप्या इस कहानी को रात मे ना पढ़े, कमजोर दिल वाले न पढ़ें, और यदि पढ़ते हैं तो अपनी जिम्मेदारी पर पढ़ें.
नमस्कार दोस्तों आज हम आपके सामने लाए हैं बेहद भयानक, डारावनि और बहुत ही रोमांच से भरी कहानी जिस से आपको सीख मिलेगी की कभी किसी को बे वजह नहीं सताना चाहिए तो आइए चलते हैं कहानी की ओर सुनते हैं
आज प्रिय ने अपनी 12वीं की परीक्षा पास कर ली है. और वह बोहोत छोटे से गाँव से है. परन्तु अब वह आगे पढ़ना चाहती है.और पूरे गाँव की लड़कियों मे सबसे होशियार और आगे है अभी तक उस गाँव में कोई लड़की 10 वीं तक नहीं पढ़ी, और प्रिया के पिता अजय सिंह जी ने अपने लड़के से ज्यादा लड़की पर ध्यान दिया. इस लिए वह आगे है. और गाँव की सभी लड़कियों के लिए मिसाल है.
परन्तु प्रिया की पढ़ाई के प्रति ललक और लगन को देख कर उसके पिता और गाँव वालो ने फैसला लिया की हम अपनी बेटी को पढनें के लिए शहर भजेंगे , और अजय सिंह जी भी अपनी बेटी को भेजने को तैयार हो गये और उन्होंने अपनी बेटी को शहर के बारे में समझा दिया और कहा बड़े ध्यान से पढ़ना है. तुम पर पूरे गाँव का भार है. प्रिया ने कहा जी पिता जी की मै पूरी कोशिश करूँगी की गाँव वालों की उमीदों पर खरी उतरू. प्रिया ने शहर के कॉलज मे दाखिले के लिए एक एंट्रेंस पेपर दिया और उस एंट्रेंस मे प्रिया ने पूरे कॉलजे मे प्रथम नंबर पाया और उसका एडमिशन हो गया
प्रिया को 3 दिन के बाद कॉलजे जाना था और वह अपने घर से अपना समान बाँध रही थी, आज पूरा गाँव उसे छोड़ने आया था, अजय सिंह जी ने प्रिया के लिए एक गिर्ल होस्टल मे रूम बुक कर दिया,
और आज एक दिन पहले प्रिया को उस होस्टल मे छोड़ने गये और प्रिया को छोड़ कर वापिस आ गये और कल से क्लास शुरू होनी थी. प्रिया के साथ स्वाति नाम की रूम पर्टनर मिली और दोनों ने अच्छे से आपस में बात की और दोस्ती की और धीरे धीरे रात होने वाली थी, वार्डन ने खाने के लिए सभी को बुलाया प्रिया ने स्वाति से कहा के तुम चली जाओ मुझे भूख नहीं है, स्वाति ने प्रिया से कहा यहाँ खाना श्याम को बस एक बार मिलता है फिर कल सुबह नाश्ता मिलेगा और रात मै तुम भूखे रह जाओगे, प्रिया ने कहा नहीं आज भूख नहीं है. तुम जाओ, आज प्रिया अपने पापा मम्मी को और गाँव वालों को याद करके दुखी थी. पर उसके मन में अपने पापा के बोल गूँज रहे थे. इसलिए वह इस दुखको नहीं जाता रही थी. और ऐसे करते करते रात गुजर गयी.
आज प्रिय का पहला दिन था वह बोहोत खुश थी उसने स्वाति को उठाया और तैयार होने को कहा, और स्वाति नहाने चली गई, और अब दोनों नाश्ता करने चले गये कैंटीन में प्रिया को सबने देखा और पूछा क्या आप यहाँ नये हो प्रिया ने कहा हाँ मैं नयी हुँ. इतना सुनकर कॉलजे की सीनियर 3 लड़की रूमा, एकता, शालिनी उससे मिलने आई और प्रिया से कहा तुम शाम को हम से जरूर मिलना इस बात पर स्वाति बोली प्रिया की तबियत ठीक नहीं है, उन तीनो लड़कियों ने कहा कि स्वाति तू चुप रह हम इस लड़की से कह रहे हैं और उन्होंने प्रिया से कहा प्रिया तुम शाम को क्लास के बाद हम से आकर मिलना नाश्ते के बाद दोनों क्लास में चले गए और तीनों लड़की भी उसी क्लास में थी आज कॉलेज का पहला दिन था और टीचर ने सबकी जान पहचान कराई और टीचर ने पढ़ाना शुरू किया जो भी सवाल टीचर पूछते उसका जवाब सबसे पहले प्रिया ही देती और उसके जवाब देने के कारण वह तीनों लड़की उसे चिढ़ाने लगे अब कॉलेज का पहला दिन पूरा हो गया था
शाम का वक्त था सब खाना खाने कैंटीन में गए कैंटीन में जाने के बाद तीनों लड़कियों ने प्रिया से कहा प्रिया खाने के बाद बाहर मिलना वह तीनों लड़की पिछले 3 साल से फेल हो रही थी इसलिए एक ही क्लास में थी, स्वाति ने प्रिया से मना किया कि तुम उनसे मिलने मत जाना रिया ने कहा चलो एक बार मिल लेते हैं क्योंकि फिर वह बार-बार परेशान करेंगी, अब शाम का खाना हो चुका था और स्वाति, प्रिया बहार आ गई थी और प्रिया तीनो से मिलने के लिए चली गई, उन्होंने प्रिया से कहा कि आज तुम्हारा रैगिंग का दिन है लगातार एक हफ्ते तुम्हे शाम को यहाँ मिलना है और उन्होंने प्रिया को उटपटांग काम बताएं पहले दिन तो प्रिया ने वह काम कर दिए पर प्रिया ने कहा कि आज यह आखिरी दिन है इसके बाद हम नहीं मिलेंगे और मैं तुम्हारी कोई बात नहीं मानूंगी प्रिया की ये बात सुनकर तीनों लड़कियों को गुस्सा आया और उन्होंने कहा ठीक है तुझे तो हम देख लेंगे और यह बात कह कर तीनों वहां से चली गई और प्रिया भी अपने रूम में आ गई रूम में आने के बाद स्वाति ने पूछा कि क्या कहा उन्होंने प्रिया ने कहा कि क्या नहीं करवाया उन्होंने मुझ से सबसे पहले एक कॉल लगाकर एक बुजुर्ग आदमी को दिया और उससे उल्टी सीधी बात करने के लिए कहा फिर वार्डन को जाकर उल्टा सीधा बोलने को कहा और बहुत सारी चीज बताएं और मुझे डांस करने को भी कहा स्वाति ने कहा ठीक है पर अब मत जाना क्योंकि धीरे-धीरे वो तुमको ज्यादा परेशान करेंगे तो प्रिया ने पूछा क्या तुम्हें भी ऐसे ही परेशान किया था स्वाति ने कहा हां मुझे भी काफी परेशान किया था पर अब वह तीनों मुझे कुछ नहीं कहती मैं उनको पिछले 3 साल से जानती हूं तीनों एक ही क्लास में पड़ी हुई है और फेल हो रही हैं और तीनों एक से बड़ी एक बदमाश है अगला दिन शुरू हो गया और कॉलेज का समय आ गया
आज जब कॉलेज टाइम आया तो उनमें से एक लड़की जिसका नाम रूमा था वह प्रिया की सीट पर बैठ बैठ गई और दो लड़की शालिनी और एकता दोनों ने एक-एक सीट घेर ली अब प्रिया को बैठने के लिए कोई सीट नहीं मिली इसलिए वह क्लास में पीछे जाकर खड़ी हो गई जब टीचर क्लास में आए तो उन्होंने पूछा प्रिया क्यों खड़े हो प्रिया ने कहा कि सर आज सीट नहीं है तो उसकी क्लास टीचर ने देखा रूमा प्रिया की सीट पर बैठी थी उन्होंने रूमा से कहा तुम अपनी सीट पर जाओ रूमा ने मना कर दिया, मैं इसी सीट पर बैठूंगी तुम मुझे सही से नहीं पढ़ाती हो इसलिए मैं अब से आगे बैठा करूंगी क्लास टीचर ने देखा की शालिनी और एकता ने भी एक-एक सीट ले रखी है क्लास टीचर ने शालिनी और एकता से भी कहा परन्तु दोनो ने उन्होंने मना कर दिया उन्होंने कहा कि नहीं हम इसे नहीं उठाएंगे यह बहुत ही बदमाश लड़की है और यह उल्टा सीधा बोलती है और यह हम से लड़ाई कर रही थी परंतु सभी टीचरों को पता था की रूमा एकता और शालिनी तीनों बहुत ही नालायक लड़की हैं जैसे तैसे करके क्लास टीचर में प्रिया को एकता के पास बिठाया, एकता उन तीनों में थोड़ी ठीक थी दोनों प्रिया और एकता ने क्लास अटेंड की ओर रिया ने एकता से पूछा क्या तुम पहले से ही ऐसे हो या अब हो गए हो उसकी इस बात का एकता पर गहरा प्रभाव पड़ा उसने कहा कि हम पहले ऐसे नहीं थे पर थोड़ा सा पढ़ाई में कमजोर होने की वजह से सब हमें चिढ़ाते थे इसलिए हमें ऐसा बनना पड़ा अब क्लास खत्म हो रही थी और रूमा एकता और शालिनी क्लास से निकल गए और प्लानिंग बनाने लगे कि इस प्रिया को कैसे अपने काबू में लाया जाए क्योंकि पूरी क्लास में सब तीनों की सारी बातें मानते थे पर एक प्रिया ही ऐसी थी जो इन तीनों में से किसी की बात नहीं मानती थी और अब स्वाति भी उन तीनों की बात नहीं मान रही थी प्रिया की वजह से स्वाति का भी डर खुल गया था तीनों लड़कियों ने मिलकर एक प्लान बनाया जिसकी वजह से स्वाति को चोट लग गई उन्होंने स्वाति को सीडीओ से धक्का दे दिया और स्वाति के हाथ और पैर में फैक्चर आ गया तुरंत स्वाति को हॉस्पिटल ले जाया गया वहां उसका ऑपरेशन हुआ और स्वाति को हॉस्पिटल में 4 दिन रखने के लिए कहा गया अब स्वाति के पास हॉस्पिटल में प्रिया 4 दिन रही और जब स्वाति हॉस्पिटल से छुट्टी तो उसको थोड़े टाइम के लिए घर भेजा गया उस समय प्रिया रूम में अकेली रह गई थी
तो उन तीनों लड़कियों ने प्रिया के लिए भी एक प्लान बनाया जब प्रिया सुबह क्लास अटेंड करने के लिए कॉलेज में चली गई तो उन तीनों ने उस कमरे का पंखा और उस कमरे की लाइट खराब कर दी शाम को प्रिया रूम पर आई तो उसने देखा कि पंखा और लाइट दोनों ही खराब थे उसने अपनी मोमबत्ती जलाई और लौट गई रूमा शालिनी और एकता तीनों ने प्लान बनाया कि प्रिया को रात में डर देंगे अब तीनों ने प्लान बनाया और रात के 1:00 बजे रूमा ने जाकर प्रिया का दरवाजा खटखटाया और वहां से भाग गई प्रिया ने दरवाजा खोल कर देखा वहां कोई नहीं था इधर तकरीबन 2:00 बजे फिर एकता ने आ कर उसका दरवाजा खटखटाया प्रिया ने फिर दरवाजा खोल कर देखा वहां कोई नहीं था ऐसे करते करते रात के 3:30 बजे शालिनी ने प्रिया का दरवाजा खटखटाया प्रिया ने फिर दरवाजा खोल कर देखा परंतु किसी को नहीं पाया फिर प्रिया को थोड़ा डर लगा और इसी बीच दिन हो गया था, उसने अपनी वार्डन से कहा कि मेरे रूम का पंखा लाइट नहीं चल रहे हैं तो आप उन्हें सही करा दें वार्डन ने रूम का पंखा लाइट सही करा दिए परंतु आज प्रिया क्लास रूम में गई तो उसकी सीट पर रूमा बैठी हुई थी और सालनी और एकता पीछे थी रूमा का व्यवहार आज प्रिया के प्रति अलग था वह प्रिया को अपना दोस्त बना रही थी उधर शालिनी और एकता भी पिया से अच्छे से बात कर रही थी क्लास खत्म होने पर शाम के समय सब खाना खाने गए और प्रिया वहां पर आई तीन लड़कियों ने प्रिया के पास बैठकर खाना खाया और बातचीत की उसके बाद एकता प्रिया के साथ हॉस्टल की तरफ चली गई शालिनी और रोमा दोनों पीछे-पीछे आ रही थी
एकता ने हॉस्टल में पहुंचकर प्रिया से पूछा कि तुम कौन से रूम में रहती हो प्रिया ने कहा कि मैं रूम नंबर 32 में रहती हूं रूम नंबर 32 का नाम सुनकर एकता चौक गई और वह भो चक्की होकर वह हड़बड़ाहट में बोलने लगी, प्रिया ने पूछा क्या बात है तुम रूम नंबर 32 का नाम सुनकर ऐसे कैसे घबरा रही हो एकता ने कहा नहीं नहीं कोई बात नहीं प्रिया ने दोबारा पूछा नहीं कोई बात तो है तुम मुझसे कुछ छुपा रहे हो इस पर एकता ने कहा क्या तुम्हें वार्डन ने नहीं बताया था प्रिया ने पूछा नहीं क्या बताना था एकता ने कहा कि उस रूम में एक लड़की ने अपने आप को फांसी लगा ली थी और कभी कभी उस रूम में वह पंखे से लटकी हुई दिखाई देती है इतनी बात सुनकर प्रिया का दिल धक-धक करने लगा और वह डर से सहम गई क्योंकि अभी स्वाति भी उस रूम पर नहीं थी तो वह अकेली थी आज यह बात सुनकर प्रिया को बहुत डर लग रहा था रात का समय था और प्रिया अपने रूम की तरफ जा रही थी और बहुत ज्यादा डर रही थी जैसे ही वो दरवाजे पर पहुंची तो उसे बिजली के झिंझानाने की आवाज आई और उसे एक परछाई दिखाई दी और वह डर की वजह से भागकर रूमा के रूम के रूम पर पहुंची उसने उसका दरवाजा खटखटाया परंतु रूमा ने दरवाजा नहीं खोला फिर वह भागकर शालिनी के रूम की तरफ गई उसने भी दरवाजा नहीं खोला उस फ्लोर पर किसी ने भी रिया के लिए दरवाजा नहीं खोला
अब आखिर में प्रिया डरते डरते अपने कमरे की तरफ चली गई और अपना कमरा खोला कमरे में अंधेरा था और प्रिया के मन में वो ही बात गूँज रही थी की इस कमरे में किसी लड़की ने फांसी लगा ली थी और वह कभी कभी दिख जाती हैं, अब प्रिया ने रूम का दरवाजा लगाया और बाल्ब् जलाया और अपना पंखा चलाया और जैसे ही उसने उपर देखा तो वह डर गयी और रूम से बहार भागी और डर के कारण उसकी हृदय गति रूक गयी, उसकी मृत्यु हो गयी
उसकी मृत्यु के बारे में हॉस्टल में सुबह के समय पता लगा जब उसकी लाश मिली, अब इस बात से हॉस्टल की सभी लड़की, वार्डन हैरान थी इस बात को लगभग 5 से 6 दिन हो गए थे अब रूमा एकता और शालिनी तीनों आपस में बात कर रहे थे कि ऐसा क्या हुआ की उसकी मृत्यु हो गई , एक दिन एकता पानी पीने के लिए गई और वहां उसको आवाज आई की यह पानी मत पियो वरना अंजाम बुरा होगा इतनी बात सुनकर एकता वहां से भाग गई और शाम के समय शालिनी अपने रूम पर जा रही थी और उसे वहां थोड़ा सा धक्का लगा धक्का लगने के बाद वह गिर गई उसे महसूस हुआ कि किसी ने उसे पीछे से धक्का दिया और रूमा को उस दिन रात में किसी के चलने की आहट सुनाई दी और वह आहट हर कमरे के बाहर आकर रुकती थी और फिर वहां से चल देती थी ऐसे आखिर में आहट रूमा के दरवाजे के आगे आकर रुकी रूमा ने एकदम दरवाजा खोल कर देखा और उसे कुछ भी दिखाई नहीं दिया अगले दिन तीनों कैंटीन में मिले और तीनों ने एक दूसरे को यह बात बताई इस बात को सुनकर रूमा ने कहा मुझे लगता है कि प्रिया यहीं पर है इस पर एकता बोली क्या बकवास कर रहे हो रूमा ने कहा नहीं मैं सही कह रही हूं एकता ने कहा नहीं बकवास मत करो यह फालतू की बातें हैं
शालिनी को वॉशरूम जाना था शालीन, एकता और रोमा को अपने साथ ले गई चार्ली वॉशरूम में करूंगा और एकता भारी खड़े थे अचानक बाहर कुछ बात हो गई तो रोमा रहता वहां से चले गए और टैंक का पानी खाली हो गया शालिनी ने रूमा को आवाज लगाई परंतु वहां पर कोई नहीं था और साले ने रूमा को दोबारा आवाज लगाई शालिनी को एक हाथ ने बाल्टी पकड़ाई क्योंकि दरवाजा थोड़ा सा ही खुला था तो शालिनी ने बाल्टी पकड़ ली, उसके बाद जब वह बाहर आई तो उसने देखा वह हाथ पानी लाया था , वो हाथ कट कर जमीन पर पड़ा है और खून से लथपथ है, वह डर की वजह से वहां से भाग गई और एकता, शालिनी को वहां पर ले कर आई उन्हें दिखाया जैसे ही उन्होंने देखा तो वहां पर कुछ भी नहीं था एकता ने कहा यह तुम्हारा वहम होगा परंतु शालिनी के साथ यह वाक्य हुआ था अब उसे बहुत डर लग रहा था,
शाम हो चुकी थी हॉस्टल में जाने का समय आ गया था तीनों अपने अपने रूम में गए आज रूमा ने रात के समय फिर वह आहट सुनी और जैसे ही आहट उसके गेट पर हुई उसने दरवाजा खोला उसने पाया प्रिया हाथ में मोमबत्ती लेकर वहां पर खड़ी थी उसे देख कर रूमा डर गई और अंदर की तरफ चली गई और बेहोश हो गई अगले दिन रूमा ने यह बात शालिनी को और एकता को बताई अब तीनों को विश्वास होने लगा था की कुछ ना कुछ गड़बड़ है परंतु रूमा और शालिनी कहने लगे कि जब हमने कुछ किया ही नहीं तो हम क्यू डरे ,
आज शाम का समय हुआ और तीनों ने प्लान बनाया कि हम अब एक ही रूम में रहेंगे और उन्होंने अपना एडजेस्टमेंट एक ही रूम में कर लिया सही रात के 2:00 बजे फिर से रूम पर आहट हुई और जैसे ही रूमा ने दरवाजा खोला उसने पाया कि रिया वहां खड़ी थी और आज प्रिया ने रूमा से सवाल पूछा कि वह लड़की कौन थी , रूमा ने कहा कौन सी लड़की प्रिया ने अपनी गर्दन घुमाई और शालिनी से पूछा वह लड़की कौन थी शालिनी ने भी पूछा कौन सी लड़की
प्रिया ने एकता से पूछा जब प्रिया ने एकता से पूछा तो एकता घबरा गई और एकता ने कहा कि मुझे माफ कर दो प्रिया ने कहा नहीं मैं तुम्हें मारूंगी नहीं मैं तो तुम्हें वह दिखाना चाहती हूं जो मैंने उस रात देखा था,अब प्रिया की आत्मा एकता को उस रूम की तरफ खींच कर ले गई और उस रूम में अंदर ले गई जिसमें प्रिया रहा करती थी एकता हाथ जोड़ रही थी और माफी माँग रही थी , मैंने कहा नहीं मैं तुम्हें नहीं मारूंगी डरो मत बस तुम एक बार वह देखो जो मैंने देखा था जैसे ही एकता प्रिया के रूम में पहुंची और प्रिया ने कहा ऊपर देखो जैसे ही एकता ने पंखे की तरफ देखा उसे देखते ही एकता के दिल की गति रुक गई और उसकी मृत्यु हो गई अब सवाल ये था कि उन दोनों ने ऐसा क्या देखा था जिससे उनकी मृत्यु हो गई जिस रात रूमा ने प्रिया को उस लड़की की झूठी कहानी सुनाई थी जिसने उस कमरे में आत्महत्या की थी उस रात एकता चोरी से पिया के रूम में घुसकर और नकली लंबे बाल लगाकर गले में रस्सी टांग कर पंखे पर लटकी हुई थी जो दृश्य बहुत ही भयानक था उसे देखकर प्रिया की मृत्यु हो गई थी
तो दोस्तों इस कहानी से हमें सीख मिलती है की हमें किसी की ना रैगिंग करनी चाहिए ना किसी की रैगिंग होने देनी चाहिए क्योंकि इस रैगिंग के चक्कर में बहुत सारी जाने जा चुकी हैं इसलिए इस पर हमें। लगाना ही पड़ेगा धन्यवाद दोस्तों चलते हैं फिर मिलेंगे अपने अगली कहानी में तब तक के लिए नमस्कार
Leave a comment