स्वच्छ भारत अभियान
गंदगी के विरुद्ध सर्वप्रथम स्वच्छ अभियान की शुरुआत महात्मा गांधी जी ने कि थी देश को आजाद हुए कितने साल हो चुके हैं परंतु महात्मा गांधी जी की स्वच्छ भारत अभियान की यह मुहीम जन आंदोलन के रूप में नहीं उभर सकी | महात्मा गांधी जी पूरे राष्ट्र के स्वस्थ होने की कल्पना करते थे उनका मानना था कि देश के आजाद होने के बाद अव देश वारसी जो विभिन्न प्रकार से बीमारियों से पीड़ित लोगों की व्यक्ति हो गई थी बीमारियों को भी सफाई के द्वारा दूर किया जा सके जिससे उन बीमारियों से बहुत कम लोग ही संक्रमित हो या फिर कोई व्यक्ति बीमार ही ने पड़े | गांधीजी चाहते थे की उनके इस अभियान में पूरा देश सम्मलित हो परन्तु यह न हो सका |
माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी महात्मा गांधी जी की स्वच्छ भारत की कल्पना को साकार करने के लिए विगुल फूंका था |
मोदी जी के नेतृत्व में स्वच्छ भारत की कल्पना
जिस प्रकार मोदी जी देश के सबसे अच्छे राजनेता साबित हुए हैं उसी तरह उन्होंने स्वच्छ भारत अभियान को साकार करने के लिए उन्होंने हर स्तर पर बहुत प्रयास किया और स्वच्छ भारत अभियान के तहत प्रत्येक गांव में गांव के प्रत्येक परिवार को शौचालय उपलब्ध कराएं और उन्होंने शहरो के भी सभी उन परिवारों को उपलब्ध कराया जिनके आज शौचालय नहीं है और जहां शौचालय बनाने की जगह नहीं थी वहां पर सार्वजनिक शौचालय का निर्माण करवाया गया|
प्रधानमंत्री जी शहरों व गाँवों को ही नही बल्कि विधालयो को भी स्वच्छ बनाना चाहते हैं उन्होंने बालक व बालिकाओ के लिए विद्यालय में अलग अलग शौचालयो का निमार्ण करवाया | मोदी जी की इस सोच से प्रभावित होकर देश की लाखों महिलाओ ने इस आन्दोलन में बढ़-चढ़कर भाग लिया और इस आंदोलन का हिस्सा बनी और मोदी जी की स्वच्छ भारत अभियान की सोच एक जन आंदोलन के रूप में प्रकट हुई |
स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत
स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत प्रधानमंत्री मोदी जी ने 2 अक्टूबर 2014 को महात्मा गांधी जी की जयंती पर लोगों को शपथ दिलाकर की |
उन्होंने यह शपथ दिलाकर अपने हाथ में झाड़ू उठा ली और दिल्ली में वाल्मिकी बसती में जाकर झाड़ू लगायी उन लोगों को गंदगी के विरुद्ध शामिल होने का संदेश दिया | उनका यह लक्ष्य था कि 2019 तक सम्पूर्ण भारत को स्वच्छ बनाना है|
इस अभियान के तहत लगभग देश के प्रत्येक शहर में सार्वजनिक और सामूहिक शौचालयों का निर्माण कराया जाए इसके बाद सरकार ने रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड मेट्रो स्टेशन, पर्यटन स्थल, बाजारों आदि में लगभग 2.5 लाख सार्वजनिक शौचालयो का निर्माण करवाया गया लगभग २.4 लाख सामुदायिक शौचालय का निर्माण करवाया और एस अभियान के द्वारा बनबाये गए शौचालयों की साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया गया सरकार के एस मिशन का उद्देश्य था की लोगो को खुले में शौच से रोका जाए |इसके लिए दीवारों पर लेख लिखे गये और चित्रकारी की गयी जिससे लोग जागरूक हो सके और वः स्वच्छता के महत्त्व को समझ सके |
एस अभियान के द्वारा सरकार ने गाँवो में भी लोगो की पुरानी आदतों को बेहतर वनाना था इस अभियान के तहत देश में लगभग 11 करोड 11 लाख शौचालय के लिए 134000 करोड रुपए खर्च किए गए और इनके निर्माण बहुत बड़े पैमाने पर किया गया इस अभियान में स्कूल के बच्चे, ग्राम प्रधान को भी किस अभियान में जोड़ा गया था | इस अभियान से गाँवो के लोगों को बहुत ही सुविधा था
इस अभियान के द्वारा घरो व भण्डार घरो की सफाई को भ सम्मिलित किया गया | स्कूलों के भवन व दीवारों की पुताई की गयी |स्कुलो के सभी छात्रों को स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना चाहिए जैसे सुवह को उठकर ब्रश और स्नान करना चाहिए और अपने जीवन में अच्छी आदतों को अपनाना चाहिए |क्योकि छात्र जीवन बहुत ही अनमोल हो ता है इस समय छात्र जो कुछ भी सीखता है वह उसके जीवन भर उसकी आदत वनकर उसके साथ रहती है