विज्ञान अभिशाप है या वरदान

विज्ञान अभिशाप है या वरदान

विज्ञान

आधुनिक युग में विज्ञान ने वो कर दिखाया है जो लगभग आज से हजारो साल पहले भी नहीं हुआ था लगभग  हजार वर्ष पहले जहा सूर्य का प्रकाश नही पहुँच पाया था वहाँ आज का मानव विज्ञान के पंखो की मदद से उड़कर वहा पहुंच चूका है मनुष्य को इस भू लोक पर आये हुए की लाख वर्ष वित गये है परन्तु इतनी तरकी  कभी नही हुई थी जितनी लगभग पिछले तीन सौ सालो में हुई है |

आज के इस आधुनिक में मानव विकास कर लिया है की उसने  चंद्रमा, मंगल ग्रह पर अपनी विजय का झंडा उन ग्रहों पर गढ कर सवित कर  दिया है की विज्ञान की मदद से आज के युग में  कुछ करना असम्भव नही रहा  है पहले जिस यात्रा को करने मेंकई महीने या  सालों का समय लग जाता था आज के मानवने ऐसी चीजों का निर्माण कर दिया है उस समय इस यात्रा को करने में सालों का समय लगता था अब वो महज कुछ घंटे में ही पूरी हो जाती है मनुष्य विज्ञान की मदद से प्राकृतिक विजय प्राप्त करके और आगे बढ़ता जा रहा है|

विज्ञान ने मानस की दशा में बहुत सुधर कर दिया है विज्ञान के इन अविष्कारों से मानव जीवन में क्रांति की लहर सी आ गई है विज्ञान की मदद से वह सब कुछ हो सकता है जिसके मनुष्य ने कभी कल्पना भी नहीं की होगी | विज्ञान  मानव सभ्यता के लिए अभीशाप  है या वरदान ?

विज्ञान वरदान के रूप में

आधुनिक युग में मानव ने मानव की सहयता की लिए अनेक प्रकार के साधन वना लिए है जिन कार्यो को करना कभी बहुत कठिन था उन्हें अब पलक झपकते ही बड़ी सरलता से कर देता है

परिवहन के क्षेत्र में

जो आपने कभी स्वपन लगती थी उन यात्राओ को अव मोटरकार,  बस , मोटरसाइकिल की मदद से बहुत ही आराम से पूरा किया जा सकता है आधुनिक युग में मानव ने ऐसे विमान बना लिए है जो जमीन पर ही नहीं बल्कि आकाश में भी  पक्षियों की तरह उड़ सकते है ये बस से के गुना यात्रियों को ले जाने में सक्षम है |

दैनिक जीवन में

हमारे दैनिक जीवन में हर एक चीज विज्ञानं पर ही निर्भर करती है बिजली हमारे जीवन में बहुत ही उपयोगी साबित हो रही हैयह बिजली भी विज्ञान की ही देन  है और वह उपकरण जो हमारे जीवन में किसी न किसी रूप में उपयोगी होते है वो  भी विज्ञान की  ही देन है

संचार के क्षेत्र में

आज मानव अपने घर में बैठकर फोन की मदद से पल भर मैं किसी को भी संदेश भेज सकता है संचार के क्षेत्र में विज्ञान मे ऐसी उन्नति प्राप्त कर ली है जिससे मनुष्य एक कोने में बैठकर पूरी दुनिया की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं और इसमे सबसे महत्वपूर्ण भूमिका इंटरनेट की है विज्ञान  की मदद से ऐसी चीजों का आविष्कार कर लिया है की एक व्यक्ति दूसरे देश में बैठे व्यक्ति से बात करते समय उसका चेहरा अपने मोबाइल देख सकते हैं मोबाइल आज के युग में बहुत ही लाभदायक है |

चिकित्सा के क्षेत्र में

चिकित्सा के क्षेत्र मे तो विज्ञान वास्तव में ही वरदान सिध्द हुआ है आधुनिक चिकित्सा की सहायता से दृष्टिहीन व्यक्ति को दृष्टि मिल सकती है और विकलांग व्यक्तियों को कृत्रिम रूप से बनाए हुए अंग प्राप्त हो सकते हैं यदि किसी व्यक्ति की किडनी खराब है तो उसे दूसरे किसी दुर्घटना में मरे और व्यक्ति की किडनी को ऑपरेशन के द्वारा बदला जा सकते हैं जिससे उस जान बच जाती है

यदि किसी व्यक्ति को ब्लड कैंसर है तो उस व्यक्ति का ब्लड बदलकर उस व्यक्ति का इलाज करना संभव हो गया है आज के दौर में कैंसर, टी० बी०, आंखें की रोशनी चले जाना आदि सभी भयंकर बीमारियों का इलाज करना संभव  हो गए हैं |

कृषि के क्षेत्र में

दुनिया का अन्न दाता कहे जाने वाले किसान के जीवन में विज्ञान ने क्रांति ला दी है यदि आज किसान कृषि में बढ़ती पैदावार को देखकर आत्म निर्भर होता जा रहा है तो इसका श्रेय विज्ञान को भी जाता है पहले जो फसलें रोगों की वजह से नष्ट हो जाती थी अब फसलो को कीटनाशक दबाओं ,उर्वरको का प्रयोग करके और अधिक उपजाऊ बनाया जा रहा है  किसान अब आधुनिक तरीके से खेती करता है जिससे फसल की पैदावार अच्छी होती है |

विज्ञान अभिशाप के रूप में

विज्ञान में मानव को इतनी  शक्ति  दे दी है परंतु उसके उपयोग पर कोई भी प्रतिबंध नहीं लगा है मानव चाहे तो अकेला ही पूरी दुनिया में उथल -पुथल मचा सकता है| सुबिधा से अधिक उपकरणों ने मनुष्य को आलसी बना दिया है |विज्ञान की वजह से बेरोजगारी की समस्या बढ़ गयी है जहाँ पहले सौ व्यक्ति कार्य करते थे वहां अब विज्ञान से बने उपकरण कार्य करते है यहा तक की मशीने भी अब कम्प्यूटर की मदद से चलती है जिन्हें अक ही व्यक्ति चला सकता है |

विज्ञान की मदद से वैज्ञानिकों ने परमाणु बम का अविष्कार कर लिया  हैं और भी अनेक  प्रकार के आधुनिक व खतरनाक मिसाइल बना ली है जो मानव सभ्यता के लिए खतरे की घंटी हैएन विनाशक हथ्यारो की स्पर्धा विश्व में चल रही है और यह स्पर्धा दुनिया को एक दिन  बहुत भयानक मोड़ पर लेजाकर खड़ा कर  देगी | ये ऐसे विनाशक हथ्यार पल भर में दुनिया को निस्त नाबुत कर सकते है यदि मनुष्य अपने निजी स्वार्थ के लिए विज्ञान का प्रयोग करता है  तो उसका यह निजी स्वार्थ मानव सभ्यता के लिए बहुत बड़ा खतरा बन जायेगा |

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